Short Poem In Hindi Kavita

मकड़ी पर कविता | Poem on Spider in Hindi

 नीयत बुरी तो दावत कैसी

एक थी मकड़ी बड़ी सयानी
नाम था उसका बीबी जानी
उसका था इक मकड़ा राजा
मकड़ा राजा लाया बाजा

बाजा देखा वह मुस्काई
अक्ल में उसके बात यह आई
बाजा खूब अनोखा है यह
अच्छा बढिया मौका है यह

चींटी पिस्सू मक्खी मच्छर
दावत दूंगी सबको जाकर
बाजा सुनने सब आएँगे
हम भी दावत फिर खाएंगे

मकड़ी ने फिर पहनी साड़ी
साथ में ले ली अपनी गाड़ी
फिर पहुची मक्खी के घर
मक्खी भाग जान बचाकर

मकड़ी बोली आओ आओ
हम से इतना मत खबराओ
सुनो सुनो ऐ बीबी जानी
हमें पता है तुम हो ज्ञानी

और सुना है मकड़े राजा
लाए है इक बढिया बाजा
दावत देने तुम आई हो
हमको लेने तुम आई हो

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