Short Poem In Hindi Kavita

गुलाब पर कविता | Poem On Rose Flower In Hindi

 गुलाबों से

चलो गुलाबों से
बातें करें

काँटों में खिलकर भी
हँसते है वे 
देखो निडर कैसे
खिलते हैं वे?

घूमें हम उपवन में
बातें करें

सप्तरंगी इन्द्रधनुष 
रचते हैं वे
खुशबू से पुलकित मन
करते हैं वे

बैठे हम संग साथ
बातें करें

खिले हम भी उन सा ही
कहते हैं वे
बुने स्वप्न मोहक जो
बुनते हैं वे

चलो हम चलें उनसे
बातें करें.

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