नाखून मियाँ
बेशर्मी की हद कर दी है
तुमने तो नाखून मियाँ
गया तुम्हारे कारण फिर मैं
टीचर से डाटा
जबके कुछ दिन पहले ही तो
था तुमको काटा
मुझे रुलाकर लगे समझने
खुद को अफलातून मियाँ
छीना झपटी में मुन्नी का
हाथ लगा मुंह पर
लगीं खरोचे तो फिर चुन्नू
रोया ऊँ ऊ कर
वजह तुम्ही थे फूट गया जो
गुड्डी का बैलून मियाँ
जितना काटों उतना बढ़ते
मनमानी करते
बेमतलब का काम बढ़ाते
नादानी करते
तुम्हें देखकर मन में बजती
है गुस्से की ट्यून मियाँ
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