दूध दूध चिल्लाता लाला
साइकिल पर दो कोठी बांधे
कमर पर देखो धोती बांधे
मोटी तोंद का आता लाला
दूध दूध चिल्लाता लाला
पानी जैसा दूध है उसका
बिकता लेकिन खूब है उसका
जबसे नल पर लटका ताला
दूध दूध चिल्लाता लाला
सुबह सुबह बस्ती में आता
तुरत तुरत है सबको जगाता
मुर्गा सोता बैठा ठाला
दूध दूध चिल्लाता लाला
पैसे लेने आता जिस दिन
दूध ही क्या बातों में मक्खन
अगले दिन फिर घोटाला
दूध दूध चिल्लाता लाला
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें