मकर संक्रांति पर कविता | Poem on Makar Sankranti in Hindi मकर संक्रांति का त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है, जिसमें शास्त्रों के अनुसार राशियों में परिवर्तन होता है जिसके फलस्वरूप विभिन्न प्रकार के परिवर्तन देखे जाते हैं। ज्योतिषीय दृष्टि से मकर संक्रांति को एक अच्छा परिवर्तन युक्त त्योहार माना जाता है लेकिन इसके अतिरिक्त मकर संक्रांति के माध्यम से कुछ मान्यताओं को भी जन्म दिया गया है। जिसके अंतर्गत रहते हुए आप इस त्यौहार का सम्मान करते हुए कविता रचित कर सकते हैं। जो भी मान्यताएं मकर संक्रांति को लेकर हैं उन्हें आप कविताओं में शीर्ष स्थान दे सकते हैं ताकि इस त्यौहार के बारे में देश की भावी पीढ़ी भी सही जानकारी प्राप्त हो सके।
सामान्य रूप से इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा होती है और इसे भी आप अपने कविता में एक नया अध्याय जोड़ सकते हैं जो बहुत ही अच्छा विकल्प होगा। आज के दौर में ऐसा देखा जाता है कि युवा पीढ़ी को मुख्य त्योहारों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे में एक ऐसी कविता का निर्माण भी किया जा सकता है, जो विशेष रूप से युवा वर्ग के लिए हो और इसके माध्यम से युवा वर्ग भी भावनाओं को समझते हुए आगे बढ़ सके। ऐसे में कोशिश करनी चाहिए कि त्यौहार को अच्छी तरह मनाते हुए आगे बढ़ा जाए और अपनी जिंदगी के बारे में सही निर्णय लेते हुए सही दिशा निर्देश को भी माना जाए।
मकर संक्रांति पर कविता | Poem on Makar Sankranti in Hindi
दादी कहती
हमने कोशिश की है कि आपको देश के मुख्य त्योहारों के बारे में थोड़ी जानकारी देते हुए उन्हें अपने कविताओं में हिस्सेदार बनाया जाए। ताकि निश्चित रूप से ही उन कविताओं को लिखते हुए इस पर्व के महत्व के बारे में जानकारी दी जा सके। इस त्यौहार में सामान्य रूप से मीठा खाने का प्रचलन है, तो ऐसे में बहुत ही अच्छा होगा अगर अपने स्वभाव में भी वह मीठापन लाया जाए और दिल को साफ़ रखा जाए ताकि किसी प्रकार की मुसीबत से बचा जा सके और बिल्कुल भी दिक्कत ना हो।
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