ओ मेरे अच्छे भगवान " बालकृष्ण गर्ग"
ओ मेरे अच्छे भगवान !
मम्मी पापा मुझे न मारें
और न ही डांटे फटकारें
मेरी करतूतों पर अब वे
कभी न खींचे मेरे कान
दे दे बस ऐसा वरदान
ओ मेरे अच्छे भगवान
चले सदा मेरी मनमानी
खेल कूद ऊधम शैतानी
कोसों दूर रहूँ पढने से
फिर भी बन जाऊं विद्वान्
दे दे बस ऐसा वरदान
ओ मेरे अच्छे भगवान
बिस्कुट चाकलेट औ टॉफी
महंगे होते जाते काफी
मेरे घर के गमलों में ये
उगा करें अब कृपानिधान
दे दे बस ऐसा वरदान
ओ मेरे अच्छे भगवान
जल्दी खूब बड़ा हो जाऊ
छोटों पर फिर रोब जमाऊं
घर में अपना भी हो भगवन्
मम्मी पापा सा सम्मान
दे दे बस ऐसा वरदान
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