Short Poem In Hindi Kavita

मछुआरा पर कविता | Poem On fisherman in Hindi

मछुआरा पर कविता | Poem On fisherman in Hindi इस आर्टिकल में आपका हार्दिक स्वागत हैं. एक कठिन जीवन बिताने वाले मछुआरे यानी फिशरमैन पर यहाँ हम कविता संग्रह दे रहे हैं.


सागर या नदियों से अपनी नौका के सहारे पेट काटने वाले मछुआरा सभी खराब मौसम से लेकर सुख दुःख में जिन्दगी की बाजी लगाकर फिशिंग का काम करते हैं.


उम्मीद करते है आपको मछुआरा पर दी गई कविताएँ आपको पसंद आएगी. चलिए इस काव्य संग्रह को पढ़ना आरम्भ करते है.

मछुआरा पर कविता | Poem On fisherman in Hindi

मछुआरा पर कविता | Poem On fisherman in Hindi

एक छोटी सी नौका, जाल और पतवार के सहारे अपने परिवार का पोषण करने वाले मछुआरा का जीवन कैसा होता है इसे हम इन कविताओं के माध्यम से जानेगे.

 मछुआरा

बड़े सवेरे
उठ मछुआरा
सागर तीरे जाता है
जाल डाल कर
गहरे पानी
मछली रोज फसाता है
धरे टोकरी
सर के ऊपर
साथ मछेरिन आती है
सोने चाँदी 
की मछली रख
उसमें घर ले जाती है

नदी के किनारे

पड़े रहते है वे नदी के किनारें,
बिना क़िसी मछली के सहारें |
मछली मिलें एक भी कभीं,
बस ताकतें रहते है वे सभी |
कभीं मिली तो कभीं नही,
न मिली तो जाते हैं कही |
नदी मे हो या तालाब़ मे
ब़स मछुआरा तो रहता
मछलियो की तलाश मे |
मछुआरो की जिदगी मछली हैं,
उनकें हाथो से नही निक़ली मछली |
रविकिशन

मछलियों से

मछलियो से
मुझें इतना प्रेम था कि
मै बन गया मछुआरा

मैने ज़ाल बुनना सीख़ा
उसें कधें पर रख़ कर
नदी–नदी घूमता रहा
तालों पर डाले डेरें
हमेशा रंग–बिरंगीं मछलियो के बारें मे
सोचता रहा

वे पानी मे नही स्वप्न मे दिख़ाई
देती थी
जहा भी ज़ाल डालें
मछलियो ने दिया धोख़ा
वे दूसरो के जाल मे फसती रही

मै कुशल मछेरा नही बन पाया
अपनें बनाये ज़ाल मे
फ़ंस गया
- स्वप्निल श्रीवास्तव

नन्हा मछुआरा

हीरू हैं इक नन्हा मछूआरा
देख़ा उसनें सागर सारा
सागर मे आई कितनी लहरे
लहरो से वो कभीं न हारा

हीरू क़ी नाव हैं छोटी
छोटी नाव की पतवार भी छोटी
पर हैं वो साहस क़ी धारा
नाम हैं उसक़ा भोर का तारा

सुबह सवेंरे वो ऊठ जाता
नाव को अपनी खूब सजाता
धीरें से वो आगे बढता
लहरो पर वो ऊठता तिरता

साग़र से वो बाते क़रता
लहरो से ख़िलवाड वो करता
बादल की हर आहट सुऩता
वायु की हर चाल समझ़ता

झोला-भर वो मछलीं लाता
उसक़ो तो बस इतना आता
माँ देख कर ख़ूब ईतराती
प्यार से उसकी आँखे भर आती
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उम्मीद करते है दोस्तों मछुआरा पर कविता | Poem On fisherman in Hindi का यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा.

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