Short Poem In Hindi Kavita

मछुआरा पर कविता | Poem On fisherman in Hindi

 मछुआरा

बड़े सवेरे
उठ मछुआरा
सागर तीरे जाता है
जाल डाल कर
गहरे पानी
मछली रोज फसाता है
धरे टोकरी
सर के ऊपर
साथ मछेरिन आती है
सोने चाँदी 
की मछली रख
उसमें घर ले जाती है

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