कंप्यूटर पर चिड़ियाँ "प्रभुदयाल श्रीवास्तव"
बहुत देर से कंप्यूटर पर बैठी चिड़ियाँ रानी
खट खट खट खट छाप रही थी कोई बड़ी कहानी
तभी अचानक चिड़ियाँ ने जब गर्दन जरा घुमाई
किंतु न जाने किस कारण वह जोरों से चिल्लाई
कौआ भाई फुदक फुदक कर शीघ्र वहां पर आए
तुम्हें क्या हुआ बहिन चिरैया कौआजी घबराए
चिड़ियाँ बोली पता नहीं है कैसी ये लाचारी
हुआ दर्द गर्दन में मुझकों कौआ भाई भारी
तब कौए ने गिद्ध वैद्य से उसकी जांच कराई
वैद्यराज ने सवाईकल की बिमारी पाई
कंप्यूटर पर बहुत देर थी बैठी चिड़ियाँ रानी
जोर पड़ा गर्दन पर सच में की तो थी नादानी
कंप्यूटर पर बहुत देर मत बैठों मेरे भाई
बहुत देर जो बैठा उसको यह बीमारी आई
गुल्लू का कंप्यूटर "प्रदीप शुक्ल"
गुल्लू का कंप्यूटर आया
पूरा गाँव देख मुस्काया
दादी के चेहरे पर लाली
ले आई पूजा की थाली
गुल्लू सबको बता रहा था
लाइट कनेक्शन सता रहा हैं
माउस उठा कर छुटकू भागा
अभी अभी था नींद से जगा
अंकल ने सब तार लगाए
गुल्लू को कुछ समझ न आए
कंप्यूटर तो हो गया चालू
न स्क्रीन छुओं मत शालू
जिसे खोजना हो अब तुमको
गूगल में डालो तुम उसको
कक्का कहें चबाकर लैय्या
मेरी भैंस खोज दो भैया
बड़े जोर का लगा ठहाका
खिसियाए से बैठे काका
जादू का डिब्बा "अलका अग्रवाल"
मित्र मेरा कंप्यूटर प्यारा
मुझको इससे मिले सहारा
मम्मी पापा ऑफिस जाते
यह मेरा साथी है प्यारा
यह मुझको गाने सुनवाता
इसके संग मैं डांस दिखाता
मैं चाहूँ जब, फिल्म चलाऊं
कभी दोस्त से बात बनाऊं
जब चाहूँ मैं चित्र बनाना
नहीं मुझे कॉपी ब्रश लाना
कंप्यूटर पर चित्र बनाओ
जो चाहे वह रंग सजाओ
घर बैठे ई मेल भेज दो
नहीं डाकिए का अब काम
इंटरनेट से जुड़कर तो
सबकुछ होता, कितना आसान
यह जादू का डिब्बा है
या परीलोक से आया है
सच कहता हूँ अपने संग
झोली भर खुशियाँ लाया हैं.
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