Short Poem In Hindi Kavita

बाल श्रम पर कविता | Poem on Child Labour In Hindi

 सबका प्यार दुलार

सबका प्यार दुलार
हमारा जन्मजात अधिकार
हमें अब मत धमकाना जी

नर्म मुलायम हाथों से
तितली को छूना
कोई कभी करे खुशियों पर
अब ना जादू टोना
मत देना औजार पेचकस
हमें कलम थमाना जी

धूल, धुंए धक्कड़ में रखकर
बचपन को मत छीनों
कलियों की कोमल देहों पर
रहम करों संगीनों
बाल श्रम है पाप
इसे, अब मत दोहराना जी

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