Short Poem In Hindi Kavita

ऊंट पर कविता | Poem On Camel in Hindi

 ऊंट चला

ऊंट चला भई! ऊंट चला
हिलता डुलता ऊंट चला
ऊंट चला भई! ऊंट चला
ऊंची गरदन ऊंची पीठ
पीठ उठाए ऊंट चला

बालू है तो होने दो
बोझ ऊंट को ढ़ोने दो
नहीं फंसेगा बालू में
बालू में भी ऊंट चला

जब थक कर बैठेगा ऊंट
किस करवट बैठेगा ऊंट
बता सकेगा कौन भला
बालू में भी ऊंट चला

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