गुब्बारा
एक गुब्बारा गोल मटोल सा
ऊपर उड़ता जाता था
मांगे था एक छोटा बच्चा
रो रो कहता जाता था
मुझे चाहिए वही गुब्बारा
गोल मटोल सा वही गुब्बारा
ऊपर उड़ता वही गुब्बारा
रंग बिरंगा वही गुब्बारा
पापा मम्मी साथ खड़े थे
तभी दिखा एक साइकिल वाला
लिए खड़ा था हाथ में अपने
ढेर बड़ा गुब्बारे वाला
हाथ में उसके प्यारे प्यारे
खूब रंगों के थे गुब्बारे
नीले पीले लाल गुलाबी
और कई बिंदियों वाले
पर बालक को लगी जिद्द थी
उसे चाहिए वही गुब्बारा
गोल मटोल सा वही गुब्बारा
ऊपर उड़ता वही गुब्बारा
रंग बिरंगा वही गुब्बारा
प्यारा उसका वही गुब्बारा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें