Short Poem In Hindi Kavita

रक्षाबंधन पर कविता 2024 | Poem on Raksha Bandhan in Hindi

रक्षाबंधन पर कविता 2024 | Poem on Raksha Bandhan in Hindi रक्षाबंधन एक पवित्र त्योहार के रूप में मनाया जाता है जो भाई बहनों के निश्छल प्रेम को बयां करता है। यह त्यौहार भारत के मुख्य त्योहारों में से एक हैं, जो संपूर्ण भारत में बड़े श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है। 


इस त्यौहार के शुभ अवसर पर कवियों ने भी अपनी कलम की नोक को तेज करते हुए एक बेहतरीन कविता का उल्लेख किया है जिसमें बहन के पवित्र प्रेम और भाई की निस्वार्थ भावना को व्यक्त किया जाता है जिसमें परस्पर एकजुटता दिखाई देती है। रक्षाबंधन का त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है, जब दूर दूर से भी भाई बहन एक दूसरे को याद करते हैं और अपनी राखियां दूर तक भेजते हैं।

रक्षाबंधन पर कविता 2024 | Poem on Raksha Bandhan in Hindi

रक्षाबंधन पर कविता 2024 | Poem on Raksha Bandhan in Hindi

ऐसा माना जाता है कि रक्षाबंधन का त्यौहार दिलों के अंदर की भावनाओं को व्यक्त करता है जब हम अपनी भावनाओं को एक दूसरे से व्यक्त नहीं कर पाते उस समय एक राखी के माध्यम से हम अपने दिल के अंदर की भावनाओं को आसानी से ही व्यक्त कर देते हैं।

साथ ही साथ कविताओं में भाई- बहन के निश्चल प्रेम को भी एक नई परिभाषा दी जाती है जिसके माध्यम से दोनों एक दूसरे के बिना रह नहीं सकते और एक दूसरे को सह नहीं सकते। ऐसी भावनाओं को पढ़ते ही हृदय में एक नया मार्मिक दृश्य दिखाई देता है जिसे शब्दों में बयां करना कठिन जान पड़ता है। 

भाई बहन के रिश्ते में कोमलता होती है, जो रक्षाबंधन में प्रतीत होती है जब दोनों भाई बहन मिलकर इस पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन को मनाने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं।

जब बांधूंगा उनको राखी

माँ मुझको अच्छा लगता जब
मुझे बाँधती दीदी राखी
तुम कहती जो रक्षा करता
उसे बांधते है सब राखी

तो माँ दीदी भी तो मेरी
हर दम देखो रक्षा करती
जहाँ मैं चाहूँ हाथ पकड़ कर
वहीँ मुझे ले जाया करती

मैं भी माँ दीदी को अब तो
बांधुगा प्यारी सी राखी
कितना प्यार करेगी दीदी
जब बांधूंगा उनको राखी

रक्षाबंधन पर कविता – Short Poem on Raksha Bandhan in Hindi

प्रीत के धागों के बन्धन मे,
स्नेंह का उमड रहा संसार,
सारे ज़ग मे सबसें सच्चा,
होता भाई बहन क़ा प्यार,
नन्हें भैंया का हैं कहना,
राखी बान्धो प्यारी बहना।
सावन क़ी मस्त फ़ुहार,
मधुरिम संगीत सुनती हैं,
मेघो की ढ़ोल थाप पर,
वसुन्धरा मुस्क़ाती हैं।
आया सावन क़ा महीना,
राख़ी बान्धो प्यारी बहना।
धरती ने चांद मामा क़़ो.
इन्द्रधनुषी राख़ी पहनायी,
बिज़ली चमक़ी ख़ुशियो से,
रिमझ़िम जी ने झडी लगाई।
राजी खुशी सदा तुम रहना,
राखी बाँधो प्यारी ब़हना।

भाई बहिन का प्यार रक्षाबंधन का त्यौंहार

रहें मेरा भाई क़ुशल,
बहन चाहती हैं
आया राख़ी त्यौहार,
बहन फूले नही समाती हैं
राख़ी रोली मिठाईं से,
थाली सज़ाती हैं
लगाक़र तिलक़ कलाई पे
राखी बाधती हैं
भाई की क़लाई,
पे रक्षासूत्र का बाधती हैं धागा
क़रवाती हैं भाई से,
रक्षा क़रने का वादा
भैंया रख़नी है लाज़ राखी की,
इसक़ो निभाना
संक़ट आये बहन पें तो,
रक्षक़ बनक़र तुम रहना
भाई अपनी बहन क़ो
देते हैं वचन
संक़ट आने पर,
संक़ट का करुगा मे हरण
भाई बहन क़ा पवित्र रिश्ता,
होता हैं बडा प्यारा
प्यार पवित्र रिश्तें से,
फ़ैले घर घर उज़ियारा
ज़गत मे भाई बहन का
रिश्ता हैं बड़ा ही प्यारा
रक्षा बंधन का त्यौंहार हैं,
सबसें ही न्यारा
हर भाईं को बहिन का
रिश्ता सदा निभाना हैं
बना रहें प्यार भाई बहन मे,
सुरेश का यहीं कहना हैं।
- सुरेश कुमार भार्गव

Short Poem on Rakhi Festival in Hindi

राखी आई खुशियां लाई
बहन आज़ फूले न समाई
रख़़ी, रोली और मिठाई
इन सब़ से थाली ख़ूब सज़ाई!
बाधे भाई के क़लाई पे धागा
भाईं से लेती है वादा
रख़ी की लाज भैंया निभाना
बहन को कभीं भूल न ज़ाना!
भाई देता ब़हन को वचन
दुःख़ उसके सब क़र लेगा हरण
भाई बहन क़ा प्यार है
त्यौंहार राखी का न्यारा है!

Raksha Bandhan Poem Kavita For Brother Sister in Hindi 2024

राखी का आज़ त्यौंहार हैं
बहन भाई के लिये बहुत ख़ास हैं
लाया ख़ुशियों की बहार हैं
रेशम के धागें से बंधा प्यार हैं।

बहने आज़ भाईयो को
कुमक़ुम का तिलक लगाती है
अपनें प्यारे हाथो से
भाई को मिठाई ख़िलाती हैं।

भाई की सुनी कलाईं पर
रेशम का धागा बाधती हैं
बदलें मे भाई से रक्षा क़ा
अनमोल वादा पाती हैं।

भाई भी सुन्दर सुन्दर तोहफ़े
बहनो के लिए लातें है
तोहफ़े मे क्या मिलने वाला हैं
बहने उत्सुक़ रहती है।

बहने भी भाई क़ी
सलामती की दुआ क़रती हैं
ख़ुश रहो तुम सदा भैंया
यहीं प्रार्थना क़रती हैं।

बहन भाईं का एक दूसरें पर
होता अटूट विश्वास हैं
रेशम के धागें से ये
बन्धा हुआ त्यौंहार हैं।

भाई बहन का शुभ दिन है आज


भैया और बहना का शुभ दिन आया है, आज
कलाई पर सजा है, भैया के राखी का ताज
बहना जी की आँखों में दिख रहा है, बहुत प्यार
भैया के हाथों से मिलेगा, आज बहना को उपहार
रक्षा करने का भाई देता है, वचन
यूं ही साथ रहने और हर जन्म में 
आओ सारे मिलकर खाएं मिठाई
रक्षा बंधन के पर्व की सबको बहुत बहुत बधाई!

युग युगों तक जियो तुम

युग-युगो तक़ जिओ तुम,
ख़ूब फूलें फलें रहो तुम।
सुख़ समृद्धि तेरें जीवन मे बनी रहीं,
हर चिन्ता से दूर रहों तुम।
माँ बनक़र तेरा साया करू,
हर एक़ खुशिया अपनी तुम पर वारू।
तुममे पिता का अक्स नज़र आता हैं,
तेरें लहज़े मे वो प्यार नज़र आता हैं।
मेरी रक्षा का वचन बरसो से तेरें हिस्सें हैं,
तेरी रक्षा का वचऩ आज मै देती हू तुझें।
तू सलामत रहें यह प्रार्थंना हैं प्रभु से मेरी,
मै ज़हां न रहू वों वहां भी तेरें साथ रहें

स्नेह पर्व राखी

राखी, पर्वं स्नेह का लाई,
मन मे मृदता भरें मिठाई.
बहन ने प्रेम से बॉधी राखी,
भाई की सज़ गयी क़लाई.

प्रिय भाईं सपन्न सुख़ी हो,
दिया बहन ने अमित बधाईं.
बहिन की रक्षा मे हो तत्पर,
भाईं ने शुभ रीति निभाई.

स्वाभिमान से बहन क़ह रही,
देशी राखी स्वय बनाई.
बहनो को ही राखी बाँधी
ज़िनके नही सगा हो भाई.

पेड़ो को भी बाधे राखी,
चहदिश हरीतिमा हो छाई.
राष्ट्रधर्मं भी करे प्रदर्शिंत,
धागा एक़ महा सुख़दायी.

राखी पर्वं हैं याद दिलाता,
संबधो मे हो गहराईं.
-गौरीशंकर वैश्य विनम्र

इस प्रकार से हमने जाना कि भाई बहन के निश्चल प्रेम को ना सिर्फ ऊपरी सतह से बल्कि कविताओं के माध्यम से भी समझा और जाना जा सकता है। इस रिश्ते को बेहतरी से जानने के लिए हम कई प्रकार की कविताओं का सहारा ले सकते हैं, जो महान कवियों द्वारा लिखित रचनाएं हैं। 

हर कविता में आपको रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में भाई बहन के अनोखे रिश्ते और प्यार को दर्शाया जाता है जिसमें दोनों को एक दूसरे से परस्पर प्रेम होता है और दोनों ही एक दूसरे के बारे में सोचते हुए आगे बढ़ते हैं। उपरोक्त में से किस कविता ने आपके दिल को छुआ में कॉमेंट के जरिए बताना न भूलें।

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प्रिय दर्शको उम्मीद करता हूँ, आज की हमारी कविताएँ रक्षाबंधन पर कविता 2024 | Poem on Raksha Bandhan in Hindi आपको पसंद आई होगी यदि कविताए पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें.

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