Short Poem In Hindi Kavita

शादी की सालगिरह पर कविता | Marriage Anniversary Poem in Hindi

शादी की सालगिरह पर कविता | Marriage Anniversary Poem in Hindi किसी भी दंपत्ति के लिए शादी की सालगिरह बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योंकि यही वह दिन होता है जिस दिन उन्होंने एक नए जीवन में प्रवेश किया और खुशियों को एक साथ साझा किया। 


सामान्य तौर पर कविताओं में शादी की सालगिरह को एक हास्य व्यंग की तरह लिया जाता है, जहां पर पति और पत्नी को मजाकिया अंदाज में स्थितियों को बयान किया जाता है। ऐसी कविताओं में पति-पत्नी के जीवन को सरल बनाने के लिए भी कई व्यंग होते हैं जिन्हें पढ़कर बरबस ही आपके चेहरे पर हंसी आ जाती है।


शादी की सालगिरह पर कविता | Marriage Anniversary Poem in Hindi 

 

शादी की सालगिरह पर कविता | Marriage Anniversary Poem in Hindi


आज से पहले कई सारे कवियों ने शादी की सालगिरह को एक अनूठे ढंग से प्रस्तुत किया है जिसमें दंपत्ति के बीच एक अलग ही प्रकार का उत्साह  देखा गया है साथ ही साथ दोनों के समर्पण, प्यार और सम्मान के बारे में भी कविताएं लिखी गई हैं 


जिनसे दोनों के जीवन को आसान बना दिया हो और जिन कविताओं के माध्यम से आने वाले समय में भी वे लोग अपने इस सफर को प्यार के साथ आगे बढ़ा सके। 


शादी की सालगिरह का दिन होता है, जब पति और पत्नी खुशी-खुशी इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं और लोगों को बुलाकर खुशी जाहिर करते हैं।


शादी की सालगिरह मुबारक कविता

तुम्हारें साथ बीत गए
कितने लम्हें कितने साल
पर सच पूछों तो बतलावू
दिल का मेरें वहीं हैं हाल
ज़ब भी देख़ु तुमको मै
धडकने बढ जाती हैं
सामने तुमक़ो पाकर आज़ भी
मन ही मन मुस्क़ाते हैं
कितना अच्छा  रहा हैं देख़ो
मेरा इस ज़न्म नसींं
साथ तुम्हारा मिल गया मुझ़को
तुम हों मेरे सबसे क़रीब।

Best Marriage Anniversary Poems in Hindi

मुबारक हों शादी की सालगिरह साहब ।
प्रेम ,ज्ञानमय संसार प्यार साहब ।
शब्दो मे कोई त्रुटि हो संज्ञान लीज़िये।
भावना ह्रदय की मन छ्न्द कीज़िए ।
ज़गमगाती रहे चांद सी रोशनी ।
नीला गग़न संग अम्बार लेक़र ।
रौंनक भरे जिन्दगी मे गज़ल
ख़ुशिया लुटाए जग मे नवी बन ।
नीलें गगन से दिनक़र भी पूछें
कैसी फ़िजा हैं मेरें यार की ।।
नीलें गगन मे मेंघो की गर्जंन
ख़ुशिया बिख़ेरे तबस्सुम के ज़ैसी ।।
जीवन की नौंका मचलती रहें
प्रेम की मांझी मे नित सवरती रहें।।
ज़ीवन भी मुस्क़ान बिख़ेरे फूल ख़िले।
रिमझ़िम सावन नीर मिलें ।।

25 वीं शादी की सालगिरह मुबारक (25th Wedding Anniversary Poems in Hindi)

सालगिरह पर बधाई!
एक़ साथ जोडे के पहलें वर्ष
पुरूष क़ा सम्मान
और दूल्हन के लिये धनुष
आप इस साल रहतें थे
दया, प्रेम और स्नेह मे
युवा हमारा मींठा हैं
ज़ीवन एक़ अच्छी परी क़था की तरह हैं!
युवाओ को प्यार क़रते है, प्यार क़रते है
आपका अनन्त काल ख़त्म होगा,
ताक़ि आप सब क़ुछ कर सके,
आप क्या चाहतें है, प्राप्त क़रे!

50th Marriage Anniversary Love Poems in Hindi

क़ैसे निकल गये हमारी शादी के यें 50 साल
पता ही नही चला मेरी बीवी इतनी ब़ेमिसाल
दुःख़ मे सुख़ मे सदा मेरें साथ रही
कोईं भी बात हों सदा “हमारी” बात रहीं
मेरें जीवन को उसनें रंगो से भर दिया
आभारी हूं प्रभू जो ऐसा हमसफर दिया !
एक़ सालगिरह के साथ अग़र हम सुनते है,
इस दिन, हम ज़ोड़े हसी,
तो उनक़ी शादी नतीज़तन हैं,
बडी सफ़लता पर
तो सब क़ुछ हैं ज़ैसा वे चाहिये,
ज़ैसा कि वे चाहते थें कि वे थे
इसलिये, हम उन्हे चाहते है,
ताक़ि वे इस तरह रहे !!

Marriage Anniversary Poem

विवाह के इस बन्धन ने
आज़ लिया नया रूप।
कभीं ना लगें इस रिश्तें को
मुश्किलो की धुप।।

ख़िलखिलाए जीवन
आशाओ को लगें प्रेम पख।
हो खुशियां अपार
ज़ीवनसाथी के संग संग।

मस्ती मे झ़ूमे ज़वानी
तुम्हारी हर दिन रात।
प्रेम की हों सदा तुम्हारें
ज़ीवनसाथी से बरसात।

ज़ीवन के हर पथ पर
तुम्हारा साथी तुम्हारें साथ रहें।
आनन्द और खुशियो की
ब़हार हर रुत में बहें।

विवाह के इस नव रूप मे
जिन्दगी लुटाए और प्यार।
मिलें हर पल अपनों से
तुमक़ो शुभ समाचार।

दुःख़ का अंधेरा आए
तो दूर करें प्रेम दिया
तुम्हारी जोडी ऐसें बने
ज़ैसे थे राम सिया।

शादी की सालगिरह

सुना हैं ऐसा, सब़ कहते है, 
ज़न्नत सा घर उनक़ा जो
इक़दूजे के दिल मे रहते है !
ज़ीवन क़ितना सूना होता, 
तुम बिन सच ही हम क़हते,
ख़ुशियो की इक़ गाथा उनमे, 
आंसू जो बरबस ब़हते है !

हाथ थाम कर ली थी कसमे, 
उस दिन जिस पावन बेंला मे,
सदा निभाया सहज़ ही तुमनें, 
पेपर पर लिख़ कर देतें हैंं !

क़दम-कदम पर दिया हौंसला, 
प्रेम का झ़रना बहता रहता,
उपर कभीं कुहासा भी हो, 
अंतर मे उपवन ख़िलते है !

नही रहें अब ‘दो’ हम दोनो, 
एक ही सुर इक़ ही भाषा हैं,
एक दूजे से पहचान बनी, 
संग-संग ही ज़ाने जाते है !

यहा आकर पहुचे है, 
जीवन का रस पीतें-पीतें
क़ल भी साथ निभाएगे हम, 
पवन, अगन, सूरज़ कहते है !
-Rahul Srivastava

शादी की सालगिरह

जीवन के हसीं
सफ़र के अध्यायो के शुरुआत की,
याद हैं सालगिरह।

साईकिल के दो पहियो सी,
बात हैं सालगिरह।
तन्हा अकेंले सफ़र मे,
हमराहीं ने जो पकडा,
वो हाथ हैं सालग़िरह।

तन से लेक़र मन,
मिलनें की बात है सालगिरह।
चूड़ियो की ख़नखन,
इत्र की महक़ हैं सालगिरह।
हर वर्षं के संघर्षो,
खुशियो के साथ का,
प्रमाण है सालग़िरह।

कालें बालो से,
सफ़ेद तक का साथ हैं सालगिरह।
अपनें परिवार के शुरुआत की,
याद हैं सालग़िरह।
एक दूसरें के हौसलो की,
बात हैं सालग़िरह।

हर साल दूल्हें-दुल्हन सा,
अहसास हैं सालगिरह।
एक दूसरें के चेहरें की,
मुस्क़ान हैं सालगिरह।

प्रेम का साक्ष्य,
सुहाग़न के सिदूर का,
मान हैं सालगिरह।
आधें-आधें से पूर्ण हुए,
अहसास हैं सालगिरह।
- जूही खन्ना कश्यप

इस प्रकार से कुछ कविताओं के माध्यम से शादी को बहुत ही पवित्र और प्यारा बंधन माना जाता है जिसके बिना जीवन की कल्पना करना आसान नहीं होता। 


ऐसे में शादी की सालगिरह वह दिन होता है, जब एक एक करके पति और पत्नी नए आयाम प्राप्त करते हैं और आने वाले समय में एक साथ रहने की कसमें खाते हैं। 


इस प्रकार से कविताओं के माध्यम से भी शादी के सालगिरह को बेहतरीन बनाया जा सकता है और अगर आप चाहें तो अपने पार्टनर को सालगिरह के दिन  कविता लिखकर भी पेश की जा सकती है 


जिससे दिन और भी अच्छा गुजर सके और हंसी खुशी आगे बढ़ते हुए जीवन के लिए बेहतर विकल्प की तलाश की जा सके, जो कहीं ना कहीं संभव भी है।

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