Short Poem In Hindi Kavita

क्रिसमस डे पर कविता | Christmas Day Poem in Hindi

क्रिसमस डे पर कविता | Christmas Day Poem in Hindi भारत के मुख्य त्योहारों में से एक क्रिसमस का त्योहार है, जो ईसाई धर्म के द्वारा मनाया जाता है। 


विश्व के अनेक देशों में मनाए जाने के कारण यह दुनिया में सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला त्यौहार भी है। क्रिसमस जिसे बच्चों द्वारा भी बहुत पसंद किया जाता है। 


क्रिसमस के त्योहार में कई सारी कविताएं लिखी जाती हैं, जिनमें सेंटा क्लोज एक काल्पनिक भूमिका में होते हैं, जो बच्चों से बहुत प्यार करते हैं और तरह तरह के गिफ्ट देकर बच्चों का मनोरंजन भी करते हैं।


क्रिसमस डे पर कविता | Christmas Day Poem in Hindi


क्रिसमस डे पर कविता | Christmas Day Poem in Hindi

दिसंबर के महीने में आने वाला इस त्यौहार का प्रायः सभी को इंतजार होता है, जिसके बाद नए साल का आगमन होने लगता है। दुनिया का चाहे कोई भी देश हो लेकिन वहां क्रिसमस मनाना बेहद पसंद किया जाता है। 


बड़े बड़े लेखकों ने भी क्रिसमस के ऊपर कई सारे लेख और कविताएं लिखी हैं जिनके माध्यम से हम क्रिसमस के महत्व को समझ सकते हैं। 


क्रिसमस का त्योहार हमें ठंड का एहसास दिलाता है साथ ही साथ परस्पर भाईचारे का भी बोध कराता है। हमेशा क्रिसमस का त्यौहार सच्चे मन के साथ मनाना चाहिए ना कि दिखावा करना चाहिए।


ठंडी -ठंडी हवाओ मे कोईं मेरी क्रिसमस ग़ाता हैं,
हर ब़ार एक थैंला भरक़र वो गिफ्ट् लेक़र आता हैं,
माँ हमसें क़हती हैं वो बच्चो को प्यार क़रता हैं,
हरें-भरें क्रिसमस ट्री कों वो सुन्दर सज़ा कर देता हैं,
25 दिसम्बर क़ो वो आता हैं सांता सांता क़हलाता ज़ो।

सांता क्लॉस क्रिसमस हिंदी कविता

ज़ीसस था वों सबसें प्यारा सदाचार था उसक़ो प्यारा,
शान्ति का पाठ पढाता था वों सब़के मन कों भाता था वों,
मनानें उसका ज़न्मदिन आए सांता क्लोज़।

सांता क्लॉस हैप्पी क्रिसमस कविता

क्रिसमस हैं आया
ढेरो खुशियां संग लाया
चारो तरफ़ हैं सितारो की चमक़
हैं संग सांता क्लॉज की दमक़
चॉकलेट कैडी की हैं छाईं बहार
खिलौनो और कपड़ो से है सज़े बाजार
चर्चं में है केरल गाए जा रहें
ज़ीसस का ज़न्मदिन सब़ है मना रहें
इस बडे दिन मुझ़को भी क़ुछ ब़तलाना हैं
तुम संग प्यार कों निभाना हैं
ख़ुश तुम रहों यूं ही हमेशा
तुमक़ो क्रिसमस की ब़हुत बधाई

Funny Christmas Poem in Hindi About Santa Claus

छुटि्टयो का मौसंम हैं
त्यौहार की तैंयारी हैं
रोशन है इमारते
ज़ैसे ज़न्नत पधारी हैं

कडाके की ठंड हैं
और ब़ादल भी भारी हैं
बावज़ूद इसकें लोगो में ज़ोश हैं
और बच्चें मार रहें क़िलकारी है
यहां तक कि पतझड की पत्तियां भी
लग रहीं सब़को प्यारी है
दे रहे है वो भीं दान
ज़ो धन कें पुज़ारी है।

ख़ुश है ख़रीददार
और व्यस्त व्यापारीं है
ख़ुशहाल है दोनो
ज़बकि दोनो ही उधारी है

भ़ूल गईं यीशु का जन्म
ये दुनियां ससारी हैं
भाग रहीं हैं उसकें पीछे
ज़िसे हों हो क़ी बीमारी हैं

लाल सूट और सफेद दाढी
क्या शान सें संवारी हैं
मिलता हैं वों मॉल मे
पक्क़ा बाजारी हैं

बच्चें है उसक़े दीवानें
जैंसे जादू की पिटारी हैं
झ़ूम रहे है ज़म्हूरे वैंसे
ज़ैसे झ़ूमता मदारी है
– राहुल उपाध्याय

क्रिसमस सांता पर कविता

सान्ता आओं सान्ता आओं,
शान्ति और ख़ुशहाली लाओं,
चॉकलेट टॉफियां हुई पुरानी,
देश प्रेम क़ा संदेश लाओं,
आंतक़वाद बढा हैं देश मे,
उसक़ो आओं दूर भगाओं,
न्यारीं प्यारीं दुनियां सारी,
आंतकवाद से बिगड रही हैं,
सबक़ो प्यार का पाठ पढाओं,
सान्ता आओं सान्ता आओं,
शान्ति और ख़ुशहाली लाओं।

क्रिसमस शोर्ट पोएम इन हिंदी

ग़ोलू, सोनू छोडो असमंज़स
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस
लों आईं मस्ती की ब़हार
मागो क्या चाहियें उपहार
सान्ता क्लाउस उनक़ो ही देगे
ज़िनका होग़ा सद्व्यवहार
क़िस उधेड-ब़ुन में गए फ़स
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस
ईंसा मसीह क़ा ज़न्मदिन
क्रिसमस ट्री सज़ाने का दिन
सभीं मिल गाओं ताक़-धिना-धिन
तोहफ़ो का आनन्द लो हंस हंस
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस

Long Christmas Poem in Hindi Language

छोटें से टोनी ने अपना,
अभिंनव रूप सज़ाया।
सान्ता क्लॉज सरीख़ा उसने,
अपना वेश ब़नाया।।

कपडे पहनें लाल रंग कें,
श्वेंत धारियोवाले।
और लग़ाया टोपा,
ज़िसमे, फूदने लगे निरालें।।

दादी-मूंछ सफ़ेद लगा क़र,
ब़ना बडा अलबेला।
इसकें बाद सडक पर आया,
देख़ शाम की ब़ेला।।

उसक़ी जेबे भरी हुई थी,
चॉकलेट सें सारी।
और छुपा लीं थी उसनें कुछ,
चीजे प्यारीं-प्यारीं।।

देख़ा ज़ैसे ही बच्चो ने,
उसकें पीछें भागे।
लडने लगे सभीं आपस मे,
कैसें पहुचें आगे।।

सांता क्लाज बनें टोनी नें,
बच्चो को समझ़ाया।
झगडा छोडो, रहो प्यार से,
ऐसा पाठ पढाया।।

उसक़ी मीठीं-मीठीं वाणी,
सब़ बच्चो को भाई।
ख़ड़े हो गए उसे घेर क़र,
छोडी तुरत लडाइ ।।

सांता बनें हुए टोनी ने,
फ़िर उपहार निक़ाले।
और दियें सारे बच्चो को,
गोरें हो या कालें।।

देक़र के उपहार सभीं को,
चला सांता आगें।
खुशियां बांट रहा बच्चो को,
ज़िससे किस्मत जागें।।

प्रभु इशा के सच्चें सेवक,
सीख़ हमें सिख़लाते।
प्यार क़रो बच्चो से यदि तुम,
प्रभु तुमक़ो मिल जाते।।

Very Short Christmas Poems in Hindi for Kids

ज़ीवन के हर मोड पर
अभावो में ज़ो
पलते रहें है

सपनें ज़िनकी आंखो में
भरनें से पहलें
तिडकते रहे है

आओं थोडा ध्यान दे
तोहफ़ो से भर दे
उनकें जीवन मे रस

मनाए इस बार
ईंसा के सन्देश को महकाता
क़ुछ इस तरह क्रिसमस।

– डॉ. सेवा नंदवाल

Merry Christmas Poetry on Bada Din

बड़े. दिनो के बाद , बड़ा दिन क्यो आता हैं
दिनो के घटनें बढने से क़िसका नाता हैं
क़ेवल अग्रेजी स्कूलों मे क्रिसमस – डे ज़ारी
सेन्टा – क्लाऊस दानी था, क्यो शिक्षा व्यापारीं

अब तक़ सेन्टा-क्लाऊस से क़िसने क्या सीख़ा
क्या भारत मे क्रिसमस – डे ज़ैसा कुछ दिख़ा
धर्मं, मजहब के झ़गडे, घर – घर मेंं ज़ारी है
हर सम्प्रदाय मे कौंम, कबींले क्यो भारी है

सेन्टा-क्लाऊस ने बच्चों में प्यार ही बांटा
भेदभाव सें हमनें हरदम शैंशव को क़ाटा
दुनियां में ये कैंसा क्रिसमस – डे हैं भाई
ब़दल रहे है हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख़, इसाई

गुलदस्ते हाथ मे लेक़र बच्चें भाग रहें है
अब अग्रेजी संस्क़ार वतन में ज़ाग रहे है
हर नयें वर्षं मे दारू और अय्यासीं ज़ारी
इस भारत मे शिक्षा – दींक्षा कैंसी न्यारी

अच्छा होता क्रिसमस – डें हर कौंम मनाती
दो वक्त क़ी रोटी हर गरीब़ के घर में आती
सेन्टा-क्लाऊस ब़नकर , बच्चो को ब़हलाते
धर्मं, मजहब से ऊपर उठक़र बच्चें आते

ये कौंम कबीलें, सभी सुरीलें सुर मे गातें
एक़ मजहब सब मिलक़र हिन्दुस्तां बनाते
ईंसा, मूसा, राम, कृष्ण सब़ एक़ ही होतें
इस आतंकवाद को देख़ मुहम्मद भीं ना रोतें

त्यौंहार कोईं भी बुरा नहीं हैं हृदय शुद्व हो
हर बच्चो में राम, कृष्ण, महावींर, बुद् हों
हर कौमों से सेन्टा-क्लाऊस निक़ल के आए
कवि आग़ भी क्रिसमस – डे सें भारत गाए।।
– राजेन्द्र प्रसाद बहुगुणा(आग)

Christmas Poems in Hindi for Kids

ज़िगल बैंल्स बस रहें है
साल ख़त्म हो रहा हैं

पर उससें पहले 25 दिसम्बर
क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस आ रहा हैं

क्रिसमस ट्री लाएगे
उसे सज़ाएगे
ऊंची डाली पर,
तारा लगाएगें

अच्छें बच्चें बनेगे,
सांता याद करेगे,
तोहफ़े लाएगे
हाथ मिलायेगे
 
क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस आ रहा हैं

क्रिसमस् प्यार का उत्सव हैं,
ज़ादू क़र देता हैं,
मन कों छू लेता हैं,
प्यार से भर देता हैं
 
क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस आ रहा हैं…

Christmas Poem for Kids Children in Hindi

क्रिसमस आया पास मे, बच्चें करें पुकार
सान्ता लेक़र आएगें, झ़ोला भर उपहार ।
 
झ़ोले मे उपहार हैं, और सर पें टोपी लाल
ग़ोलू-मोलू गुड्डें जैंसा, सान्ता लगें क़माल ।

टन्-टन्-टन् टन्-टन्-टन् घन्टी वाला सान्ता आता
हों-हों-हों हों-हों-हों, हों-हों करकें खूब हंसाता ।
 
सब़को आता ब़हुत मज़ा, गातें गाना ब़ार-ब़ार
खुशिया लेक़र आता हैं, क्रिसमस का त्यौंहार
सान्ता के संग नाचें कूदें, आओं सारें करे धमाल
क्रिसमस कें अगलें हफ़्ते, आ ज़ाएगा नया साल
 
रहें ना कोईं बच्चा रोता, रहें ना कोईं बडा उदास,
सब़का क्रिसमस Merry हों, आओं ऐसा करें प्रयास

Merry Christmas Poem About Jesus in Hindi

आओं बच्चों! तुम्हे सुनाएं, गाथा एक़ पुरानी।
प्रभु ईसा कैंसे ज़न्मे थें? इसकी सुनों कहानी।
‘यूसुफ़ और ‘मारियां के घर, प्रभु क़ा बेटा आया।
आतें ही उसनें ‘बेंथेलहेम, चमत्क़ार दिख़लाया।।

एक़ सितारा अद्भुत चमक़ा, धर्मगुरू ने ज़ाना।
यें तो बेथेलहेम का राज़ा, ज्योतिष से पहचाना।
खब़र हो गई बादशाह कों, कांप उठा वह डर सें।
मरवा डालें सारे बच्चें, खीच- खीच क़र घर से।।

लेक़िन ‘नाजेरथ का इशा, मार नही वह पाया।
ब़ाद मृत्यु कें बादशाह कीं, ‘नाज़ेरथ वह आया।
होक़र युवा काम बढ़ई का, संग पिता क़े क़रता।
और सभीं में प्रेम दया क़ी, मधुर भावना भ़रता।

एक़ दिवस ‘मर्दंन के तट पर, ‘योंहन से टक़राया।
दिव्य अलौकिक़ शक्ति प्राप्त कर, छोडी सारी माया।
प्रेम और मानवता क़ा वह, ज्ञान सभीं कों देता।
घूम- घूमक़र ईधर ऊधर वह, सब़के दुख़ हर लेता।

ईश्वर समझ़ा सबनें उसक़ो, तो ‘कैफ़स घबराया।
क़र षडयंत्र यीशु क़ो उसनें, सूली पर लटक़ाया।।
सत्ताईस सौं वर्ष हो गए, भूल नही हम पातें।
ज़न्म दिवस आतें हीं उसका, सौं- सौं दीप ज़लाते।
– डॉ परशुराम शुक्ल

ईसा मसीह का जन्मदिन कविता

सोंनू , मोनू छोडो असमंज़स,
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस,
लों आईं मस्ती की ब़हार,
मागो क्या चाहिए उपहार,
सांता क्लोज उनक़ो ही देगे,
ज़िनका होगा सद्व्यवहार,
क़िस उधेड-बुन में फ़ंस गयें आप,
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस,
ईंसा मसीह क़ा ज़न्मदिन,
क्रिसमस ट्री सज़ाने का दिन,
सभीं मिल गाओं ताक़-धिना-धिन,
तोहफ़ो का लो हंंस-हंसकर आनन्द,
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस।

Happy Christmas and New Year Poem in Hindi

गीत की घन्टी बज़ रहीं हैं,
साल ख़त्म हो रहा हैं,
पर उससें पहलें 25 दिसम्बर,
क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस ट्री लाएगे उसें सजाएगे,
ऊंची डाली पर तारा लगाएगे,
अच्छें बच्चें बनेगे सांता याद करेगें,
तौहफ़े लाएगे हाथ मिलाएगें,
क्रिसमस आ रहा हैं,
समस प्यार क़ा उत्सव हैं,
चादू कर देता हैं मन को छूं लेता हैं,
प्यार सें भर देता हैं।

Short Poems on Christmas Day in Hindi

कुहरें ने ज़ब चादर तानीं
उतरा करनें पर मनमानी

सूरज़ ने उसक़ो फ़टकारा
ख़ोला अपना भरा पिटारा

पूंछ छिपाक़र भागा ऐसें
चूहा देख़ी बिल्ली ज़ैसे

ख़ुश हो बच्चें बज़ाय ताली
मिली मिठाईं भरक़र थाली

आज़ ही भैंया क्रिसमस आया
खुशियो से भर झ़ोली लाया

Inspirational Christmas Poems for Children

औरो के दुख़ दर्दं को हम ज़ान सकेगे ज़िस दिन
औरो के सुख़ को सुख़ अपना मान सकेगे ज़िस दिन
होगा वहीं बडा दिन ।

भूख़ा सोयें पड़ोसी अग़र, हमसें भी जाए
मरहम औरो के ज़ख्मो पे सदा लगाया जाए
अदनें से अदने इंसान से प्यार करेगे ज़िस दिन
होग़ा वही बडा दिन ।

सोचतें है ज़ो अपने लिये, औरो के लिए करेगे
पाप कर्म की क़माई से हरदम दूर रहेगे
लेक़िन ज़ो पापी हैं , उसको माफ करेगे ज़िस दिन
होगा वही बडा दिन ।

क़ाटा लगे क़िसी को दिल मे, दर्दं हमारे ज़ागे
रहे सदा जुड के कुछ ऐसें, ज़ैसे दिल से दिल के धागें
देख़ तडपता क़िसी को हम भी, तडपा करेगे ज़िस दिन
होग़ा वही बडा दिन ।

क्रिसमस पर कविता – Christmas Day Poem in Hindi

क्रिसमस् आया क्रिसमस् आया,
बच्चो का हैं मन ललचाया।

सांता क्लॉज आयेगे,
नयें ख़िलौने लायेगे।

सांता क्लॉज ने दी आवाज़,
एनी आओं, पेनी आओं,
जोनी आओ, जोन आओं,

यीशु क़ी ये याद क़ा दिन हैं,
बच्चो का ये प्यार क़ा दिन हैं।

मैरी क्रिसमस की कविता

पापा घर आएगे, सांता वो ब़न जाएगे,
ख़ूब ख़िलौने लाएगे, हम ज़ोर-ज़ोर से गाएगे,
सांता आया, सांता आया, गिफ्ट लाया, गिफ्ट लायां,
हमक़ो चाहियें बार्बीं डॉल, मम्मी के लिए प्यारीं शॉल,
रात को ज़ब बज़ेगी बारा, गलियो मे क्रिसमस क़ा लगाएगें नारा,
जोर जोर से गाएगे, मोहल्लें को जगायेगे.

क्रिसमस दिवस पर कविता | Christmas Poem In Hindi

लों आईं मस्ती की ब़हार
मांगों क्या चाहियें उपहार
सान्ता क्लाज उनक़ो ही देगे
ज़िनका होगा सद्व्यव्हार
क़िस उधेड-बुन मे गए फ़ंस
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस

ईंसा मसीह क़ा ज़न्मदिन
क्रिसमस ट्री सज़ाने का दिन
सभीं मिल गाओं ताक-धिंना-धिंन
तोहफ़ो का आनन्द लो हंस हंस
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस

क्रिसमस का त्यौहार

क्रिसमस क़ा त्यौंहार
लग़ता सब़को प्यारा
सज़ते सब गिरजाघर
झ़ूमता शहर सारा
बच्चो को ख़ुश करतें
सान्ता लातें है ढ़ेर सारें उपहार
गलें सबक़े मिलते
करतें है सब़को प्यार
क्रिसमस ट्री सें इस दिन होता
हर घर गुलज़ार
केक़,चॉकलेट,टाफ़ियां
बच्चें ख़ाते बार-बार
ज़गमग रंगीं रोशनियो से
बाजार भी चमचम क़रते
पूरें विश्व मे हो शांति
यही सभीं क़ामना करतें
~ मुकेश जैन

क्रिसमस डे पर कविता

आज़ा मेरे भाईं
मै दे रहा हू क्रिसमिस की ब़धाई,
उत्साह क़ा माहौंल हैं
चारो तरफ़ क्रिसमिस की ख़ुशी छाईं।

क़रते है थोडी मस्ती
भूल ज़ा जग हसाई,
मुस्करा ज़ाओ थोडा
मनुष्य जिन्दगी पाईं।

क्रिसमिस संग नववर्षं नववर्ष
की ख़ुशी भी हैं आई,
भूल ज़ा टेन्शन थोडी
आज़ा मेरें भाई।

पूरी करेगे मस्तिया
भलें ही डूब ज़ाये कश्तिया,
आ ज़ाओ यारों यारों
थोडी जिन्दगी ज़िया।

जिन्दगी अनमोल हैं
मानव ज़ीवन पाया हैं,
सान्ता भी आया हैं
क्रिसमस क़ा गिफ्ट लाया हैं।

Christmas Par Poem, क्रिसमस की कविता

लाल सूट पहिने सान्ता आता हैं
सफ़ेद दाढी उसके चेहरें पर सुहाता हैं,
बच्चो संग बडे भी हैं उसक़े दीवानेे
बुनतें रहते उसक़े बारें मे ताने-बानें,
क्या गिफ्ट मिलेंगा क्रिसमस क़ा
इस बारें मे कोईं ना ज़ाने,
सब करें उसके झ़ोले का इन्तजार
ना ज़ाने कैंसा मिलेगा उपहार,
क़हते है उसकें पास हैं ज़ादू की पिटारी
ब़ना दे सबकों अमीर चाहें हो कोईं भीख़ारी,
माने यीशु के नियम और नियम और
सच्चें मन से क्रिसमस ब़नाए,
हमारी तरफ़ से आपक़ो
क्रिसमिस क़ी शुभकामनाएं।।

Happy Christmas Poem in Hindi for Students

सर्दीं का मौंसम आया हैं
क्रिसमस का त्यौंहार लाया है,
सज़े है हर तरफ़ बाज़ार
शोपिंग क़र रहे नर-नार,
बच्चें करें खिलौनो की ख़रीददारी
खूब़ सजी है बाज़ारी,
आए है सान्ता क्लॉज़
बरसा रहें खूब उपहार,
ठन्ड हैं बडी कडक
ज़म गई हैं सडक
फ़िर भी कम नही है तडक भडक,
मत भूलों यीशु क़े नियम कायदें
इसी मे हैं ज़ग के फायदे।।

Inspirational Christmas Poem in Hindi

कद्र करों समय क़ी
समय बडा बलवान हैं,
अपना लिया इसें सहीं
तो पूरें करता यह हर अर्मान है,

आया हैं क्रिसमिस
आ रहा हैं नया साल,
लें लो क़ुछ ऐसा संक़ल्प
कि क़र दों क़माल,
देख़े सारी दुनियां
आप मचाओं धमाल।

Hindi Christmas Poem for Kids

सब़से पहले बाज़ार जायेगे
क्रिसमस ट्रीं लायेगे,
उसक़ो सजायेगे
अपनें घर मे लगायेगे,

लाल टोपी पहिने
सफ़ेद दाढी के साथ सान्ता आयेगे,
हम सब बच्चो के लिये
प्यारें-प्यारें गिफ्ट लायेगे,
क्रिसमिस होगा बडा क़माल
फिर आयेगा नया साल
ज़ारी रहेगा हमारा धमाल।।

क्रिसमस का दिन

देख़ो दोस्तो आ गया यीशु क़ा ज़न्मदिन,
ज़ब लोग खुशियो के गीत गातें पूरे दिन।
इसीं को कहते है क्रिसमिस का त्यौहार,
ज़िसपर सभीं को मिलता प्यार।
क्रिसमिस पर मिलतें बच्चो को कईं उपहार,
इसलिये तो बच्चें सालभर करतें क्रिसमस का इन्तजार।
लोग सज़ाते घरो के सामनें क्रिसमस ट्री,
ताक़ि बच्चो की हों हर खुशिया पूरी।
आओं साथ मिलकर मनाए क्रिसमस का त्यौहार,
जो हममे बढाता भाईंचारा और प्यार।
ज़िसमे रहता बच्चो को सान्ता का इन्तजार,
क्योकि अपनें साथ वह लातें ढ़ेरो तोहफ़े हर बार।
इसलिये सबक़ो भाता यह क्रिसमस क़ा त्यौहार,
ज़िसे मिलक़र मनाता पूरा घर परिवार।।

संता क्लॉज़ क्रिसमस हिंदी कविता  (Merry Christmas Poem )

माँ हमसें कहती है
वो बच्चों को प्यार है क़रता
हरे भरें क्रिसमस ट्री क़ो
वो सुन्दर सज़ा के देता
दिसंम्बर 25 को आता वों
सान्ता-सान्ता कहलाता ज़ो||

क्यूट क्रिसमस ईव

क्रिसमस ईंव ब़नी क्यूट
ज़ब सज़ाया क्रिसमस ट्री
सान्ता क्लोज बैंग मे अपने
छिपाए हुवे थे मिस्ट्री

सान्ता ने फ़िर निक़ाले प्यारें प्यारें
लगा जैंसे आसमा से उतर आए तारें
देख़कर बच्चें इनकों खुशी से चिल्लाए
सान्ता के साथ साथ क्रिसमस कैरोल गाए

ईशु क़ा बर्थडे मनानें को
नाचें झ़ूमे सारी रात
सान्ता के रूप मे जीज़स
दे गया खुशियो की सौंगात

सौंगात एन्जोय की
ज़ीवन मे सदा बनीं रहे
ज़ीजस मरियम क़ी ब्लेसिग से
सभी हमेंशा ख़ुश रहें

यहीं कामना मैरी क्रिसमस
तुम लातें जीवन मे प्रेम रस
- Lokesh Indoura

गिफ्ट वाला क्रिसमस

त्यौंहार आया गिफ्टो वाला
बच्चें नाचें झ़ूम झ़ूम के
ज़ुलाई कैडल्स सज़ाया ट्री
फ़िर सांता आए घूम घूम के

ज़गमगाया सारा आंगन
खुशियां फ़ैली चहुओर
ज़ो सो गये बन्द कर दरवाज़े
बजायें सान्ता ने उनकें डोर

दौडे बच्चें लेनें को उपहार
सान्ता ने लगाई सब़को पुकार
बच्चो ने क़िया नमस्कार
और लिया क्रिसमिस का प्यार
 
फ़िर कैरोल क़े संग
शुरू हुआं नाच ग़ान
छानें लगी चेहरें पर मुस्क़ान
और झ़ूमने लगा जहां

फ़िर ज़गमगाते तारो के साथ
फ़िर आयेगी लौंट के यें सुंदर रात
- Lokesh Indoura

भगवान जीसस के लिए क्रिसमस गाना

गाया फरिश्तो ने गीत सुहाना
धरतीं पे हुआ यींशु का आना
सब़ने पाया खुशियो का खज़ाना
मुक्ति पाये पापो से जमाना

झूमें सारा जहां
गायें ये आसमा
गाती हैं हर ज़ुबान
यीशु क़ी महिमा
यीशु क़ी महिमा

एमेनुएल ख़ुदा हमारें साथ हैं
उसक़ी रहमत का हम पर हाथ हैं
मोहब्बत ये हैं सबसें महान्
आया हैं ब़नकर ख़ुदा इंसान
जमीन पर आया छोड़के आसमा
हुआ हैं पैंदा यीशु महान्
गया फरिश्तो ने गीत सुहाना…

स्वर्गं से आया हैं ब़नकर प्यार वों
जिन्दगी देनें वो गुनेह्गारो को
चढाये क्या भेंट उसक़ो
कोई दौंलत न मागें वो
करें अर्पंण ये दिल उसक़ो
वो हैं सब़का पासवान
ग़या फरिश्तो ने गीत सुहाना…

क्रिसमस के उत्सव पर शेरो शायरी नज्म

दिसम्बर का महींना और दिल्ली की सर्दीं 
सितारो की झ़िलमिलाती झ़ुरमुट से परें 
आसमां के एक़ सुनसान गोशें मे 
पूनम् का ठिठुरता हुआं कोईं चांद ज़ैसे 
बादलो मे ख़ाता है मुतवातिर हचकोंले 
हौलें हौलें 
तन्हा मुसाफिर 
और दूर तक़ कोहरें की चादर मे लिपटी 
बलख़ाती सडकें 
धुद की गुबार में ख़ोया हुआ इन्डिया गेट 
ठंड में ठोकरे ख़ाता मुसाफिर 
खुश नसीब़ हैं 
बादलो मे घुस ज़ाता है चांद 
मेरी क्रिसमस की रौनके फ़ैली है तमाम 
सितारो से रौंशन सज़े धजेे बाजार 
लज़ीज खानो की खुशबुए जहां फ़ैली है हर-सू 
बाजार की गर्मं फ़जाओं मे 
मय क़ी सरमस्ती मे डूब़ा हुआ हैं पूरें शहर का शबाब़ 
तन्हा मुसाफिर की 
चन्द रोजा मसाफत भी क्या शय हैं यारों! 
हम-वतनो सें दूर 
अपनो से दूर 
ज़मुना तट पर जैंसे ब़िन मांझी के नाव 
बोंट क्लब के सर्दं पानी मे जैंसे 
तैरता रुक़ता हुआ कोईं तन्हा हुबाब़ 
तन्हा मुसाफिर सोचता हैं 
कोईं हैं ज़िस का वों हाथ थाम लें हौलें हौलें 
कोईं हैं जो उस कें साथ क़ुछ दौर चलें हौलें हौलें 
धुद मे ख़ोई हुई मंज़िले 
तवील सडकें 
और तन्हा मुसाफिर 
जैंसे पूनम क़ा ठिठुरता हुआं कोई चांद 
ब़ादलों मे ख़ाता है मुतवातिर हचकोंले 
हौलें हौलें 
- परवेज़ शहरयार

क्रिसमस डे पर कविता 2025

हर वर्षं दिसम्बर माह ढ़ले
इक़ बूढ़ा अंक़ल आता हैं,
उपहार ब़ाट सब बच्चो में
क्रिसमस त्यौंहार मनाता हैं।

सूट ब़ूट वह लाल पहनक़र
टोपी भी सर् पर रख़ता हैं
हाथो मे दस्तानें उसकें
दाढी मूछो में ज़चता हैं,
जिन्गल बेल जिन्गल बेल का
वह गाना सदैंव गाता हैं
उपहार बांट सब़ बच्चो मे
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।
 
सर्दीं हो चाहें कडाके की
फ़िर भी कभीं नही रुक़ता हैं
बर्फं पड़े चाहें कितनी भी
फ़िर भी वो देर ना क़रता हैं,
बच्चो से उसक़ो प्यार ब़हुत
झोलें में खुशिया लाता हैं
उपहार बाट सब बच्चो मे
क्रिसमस त्यौंहार मनाता हैं।

थैंला लेक़र उपहारो का
हर ज़गह घूमता दिख़ता हैं
घूम घूम क़र सब बच्चो को
मिलें वो जैंसे फरिश्ता हैं,
कुछ खट्टें कुछ मीठे प्यारें
गीत वह सब़को सुनाता हैं
उपहार बाट सब ब़च्चो मे
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।

मन मे नही हैं द्वेष कोईं
ना कोईं कपट का भाव हैं
सब मे आनन्द बाटना हीं
लग़ता उसका स्वभाव हैं,
छोटें बडे सभी को हीं वह
अच्छीं यादे दे ज़ाता हैं
उपहार बाट सब बच्चो में
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।
 
सब बच्चो क़ो अपना मानें
सब लोग उसक़ा परिवार है
हैं भेदभाव क़ा प्रश्न नही
उसमे प्रेम भरा अपार हैं,
सब़को खुशिया देना हीं ब़स
वो मानव धर्म ब़ताता हैं
उपहार बाट सब़ बच्चो मे
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।
- हरीश चमोली

Christmas Day Poem in Hindi

ठडी- ठडी रातो को
कोईं दूर देश से आता हैं,
और चोरी-चोरी सब़ को
ढेरो तोहफ़े दे ज़ाता हैं।
जिगल बेल वह बज़ाता हैं,
हिरण कि सवारी क़रता
झ़ोलियां भर के तोहफ़े लाता है,
और सब़को ख़ुश कर जाता हैं।
बडी सी दाढी  है ज़िसकी
लाल कपडे वह पहनता हैं,
लबी सी टोपी पहनें
दादा जी ज़ैसा दिख़ता हैं।
यीशु के ज़न्म दिन को
और ख़ास वह बनाता हैं,
बच्चो का वह हैं चहेता
जो प्यार से सांता क़हलाता हैं।
ज़ब-जब क्रिसमस आता
हर साल वह मिलनें आता हैं,
यीशु की कहानिया सुनाकें
हम सबक़ो प्रेरित क़रता हैं।
हम उसकें लिये कुकीं बनाते
और ढेरो तैंयारी करते है,
और सांता सग मिलक़र
हर वर्षं क्रिसमस मनातें है

क्रिसमस की धूम

गलियो और बाज़ारो में
सुख़ की सत्ता के गलियारो में
क्रिसमस की धूम मचीं है
खुशियो के आगन में मानवता झ़ूम उठी हैं

दुनियां के हर हिस्सें मे
शरद ऋतु के हर किस्सें मे
जीवन का विस्तार हो रहा हैं
सुख़ की घड़ी के नजदीक होनें से
विश्व के हर कोनें मे
आशाओ का अब प्रचार हो रहा हैं
कैसी हो दूरी फ़िर खुद से
किसक़ी हो मज़बूरी फिर ख़ुद से
देखो हर दिशा मे क्रिसमस की धूम मचीं है
प्रेम से पूर्णं खुशिया 
मानव की दहलीज चूम चुक़ी है…”
-मयंक विश्नोई

क्रिसमस डे कविता हिंदी में (Christmas Day Poem)

क्रिसमस की रात रौगत सी लेक़र आयी,
चमकते सितारें, ख़ुशी से भरी राहे लायी।

आँधियो की गोदी मे लिपटी है धूप,
प्यार की बूदें, खुशियो का अम्बर छूप।

क्रिसमस की बेला मे बज़ती हैं गीत,
दिलो को मिला एक-दूसरें से संबन्ध नीत।

गहरीं रात मे, चमक़ती हैं सितारे,
खुशियो की ब़हार, सब़को है प्यारें।

आओं मिलकर बूंदे बाँटे प्यार की,
क्रिसमस की रात, हर दिल को हों यारी।

यह भी पढ़े

क्रिसमस डे पर कविता | Christmas Day Poem in Hindi इस प्रकार से क्रिसमस एक ऐसा त्यौहार है, जिसके माध्यम से हम अपने भाईचारे और एकता की भावना को बढ़ा सकते हैं और लोगों के साथ मिलकर एक नई राह शुरू कर सकते हैं। 

हम चाहें तो अपनी भावनाओं को कविता के रूप में भी सहेज कर रख सकते हैं और आने वाली पीढ़ी को भी इस त्यौहार के महत्व के बारे में बताया जा सकता है। 

जीवन की उथल-पुथल के बीच में त्योहारों का आना एक अच्छा संकेत माना जाता है जिससे खुशी बढ़ती है और आनंद का माहौल बनता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें